युवाओं के जज्बे को सलाम, जल गंगा संवर्धन अभियान दौरान ऐसा किया श्रमदान की पत्थर तोड़ निकाला पानी,
युवाओं ने किया कमाल, पत्थर तोड़ निकाला पानी
कहते हैं कोई व्यक्ति जब कुछ करने को ठान लेता है तो सफलता मिलने से पहले पीछे मुड़कर नहीं देखता है। वह भी युवाओं की एक पूरी टीम हो तो मानो मंजिल तो मिलना ही है। कुछ इसी तरह का उत्साह भरा युवाओं का जज्बा मऊगंज जिले में देखने को मिला। जहां नईगढ़ी जनपद क्षेत्र के ग्राम पंचायत माड़ौ के दर्जन भर युवाओं ने श्रमदान कर सूखी हुई बावली का पत्थर तोड़ कर पानी निकालने में सफलता हासिल की है। जल गंगा संवर्धन अभियान को जन भागीदारी से जमीनी रूप देने के लिए कलेक्टर मऊगंज अजय श्रीवास्तव द्वारा की गई हौसला अफजाई से चंद्रमणि नापित, राकेश कोल, अरुण मिश्रा, दयाशंकर जायसवाल, वीरेंद्र जायसवाल, सिंटू जायसवाल, रावेंद्र जायसवाल, ओम प्रकाश शुक्ला, राम आशीष यादव, भास्कर जायसवाल, केशव सिंह शिव मोहित जायसवाल, प्रमेन्द्र जायसवाल, अजीत जायसवाल राजलाल जायसवाल, प्रवीण साकेत, सज्जन कुशवाहा, मनीष यादव, चंद्रमणि जायसवाल जैसे युवा एकजुट हुए और 20 वर्ष पुरानी सूखी पड़ी बावली की पहले सफाई किए। उपरांत बावली के तलहटी में पत्थर मिलने से सभी युवा पत्थर की तुड़ाई में जुट गए। करीब एक पखवाड़े तक चली युवाओं की कड़ी मेहनत का परिणाम रहा की बिना कंप्रेसर मशीन प्रयोग किए बाजुओं के दम पर हथौड़े से पत्थर तोड़कर पानी निकालने में सफल रहे।
युवाओं द्वारा किए गए अद्भुत काम यानी पत्थर तोड़ पानी निकालने की जानकारी होते कलेक्टर मऊगंज अजय श्रीवास्तव रविवार की शाम बावली देखने पहुंचे और युवाओं से मिले और उनका उत्साह वर्धन करते हुए बधाइयां दिए। बता दें कि युवाओं की टीम में प्रवीण साकेत जिला क्षेत्र में ही पटवारी पद पर कार्यरत हैं वहीं चंद्रमणि नापित रोजगार सहायक हैं। इस दौरान कलेक्टर मऊगंज श्री श्रीवास्तव ने कहा....अद्भुत काम है। पत्थर तोड़ कर युवाओं ने पानी निकालने का सरहनीय कार्य है। कहा की गंगा दशहरा पर वह मांडव पंचायत में आए तो उन्हें पता चला की यहां की पुरानी बावली है जो बहुत दिनो से सुखी पड़ी थी। यहां के युवाओं ने बावली की खुदाई शुरू की। पत्थर मिलने के बावजूद युवाओं की टीम अपना काम जारी रखी। युवाओं ने बिना ब्लास्टिंग किए पत्थर तोड़ डाले और बावली में पर्याप्त पानी निकाल डाला। युवाओं की टीम बधाई की पात्र है।
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